शुक्रवार, 18 नवंबर 2022

Shayri 121

कुछ इस तरह से ज़िंदगी ने,
ज़िंदगी भर मेरा साथ दिया,
कुछ पता भी ना चला कब,
मौत के हाथो में हाथ दिया !!

Best Wishes
Naval Kishore  

Shayri 120

ये दुनिया भी बोहत शर्मा रही थी,
हम दर्द में थे ओर ये मुस्कुरा रही थी !!

Best Wishes
Naval Kishore 

Shayri 119

कितनी बार बन रही है, कितनी बार मिट रही है,
ये ज़िंदगी है साहब, बस ऐसे ही कट रही है !! 

Best Wishes
Naval Kishore

सोमवार, 25 जुलाई 2022

Shayri 118



जंग हो तो, इस बार आँखों से होनी चाहिये ,
कब तक हार के गुलाम  बनते रहेंगे,
इस बार तो जीत अपने हाथो में होनी चाहिए!!

Best Wishes
Naval Kishore


Shayri 117



ख़ामोशी की भी अपनी जुबान होती है,
बस सुनने वाले किसी इंसान की जरुरत होती है!!

Best Wishes
Naval Kishore

Shayri 116


बस्तिया उजड़ गई,
आग जो किसी अपने ने लगाई,
एक भी जान बच ना पाई,
किसी ने ऐसी वफ़ा निभाई!!

Best Wishes
Naval Kishore

Shayri 115


करते नहीं ऐतबार,
अब किसी की बात का,
ज़िक्र जबसे होने लगा है.
हमारी मुलाकात का!!


Best Wishes
Naval Kishore

Shayri 114



ज़िंदगी की किताब के,
कुछ पनने अधुरे रह गए ,
कोई मिला भी ना,
फिर भी हम पुरे हो गए!!


Best Wishes
Naval Kishore

बुधवार, 29 जून 2022

Shayri 113

ज़िंदगी एक खुली किताब 


हर किसी के पास यहाँ गहरे राज़ है,
आँखों में कुछ, बातो में कुछ,
हर किसी के अलग अंदाज़ है,
हर ज़िंदगी यहाँ खुली किताब है!!

हर शक़्स यहाँ खास है,
कोई दूर है, कोई पास है,
हर किसी को खुद पर नाज़ है,
हर ज़िंदगी यहाँ खुली किताब है!!

कोई दिल तोड़ देता है,
कोई दिल जोड़ लेता है,
हर किसी के अपने एहसास है,
हर ज़िंदगी यहाँ खुली किताब है!!

कोई गम में रहकर भी ख़ुश है,
कोई ख़ुशी में भी उदास है,
कहानी ही तो है, हर कहानी में कुछ तो बात है,
हर ज़िंदगी यहाँ खुली किताब है!!

Best Wishes
Naval Kishore

Shayri 112



चल रही है जंग ज़िंदगी की,
आँखों में मंज़िल लिए,
हार भी जाए तो, 
तो भी गम नहीं,
हमने आँखों से ही जीत के सपने जीये!!


Best Wishes 
Naval Kishore

Shayri 111



उसके दिए हर दर्द का हिसाब,
आज भी मेरे पास है,
दिल के संदूक में संभाल के रखा है,
उसका दिया दर्द मेरे लिए खास है!!


Best Wishes
Naval Kishore

Shayri 110



इतने ग़म नहीं है, ज़माने में,
जितने हम छोड़ आते है पैमाने में,
यक़ी न हो तो, चले आना कभी,
हजारो ग़म सजा के रखे हुए,
आज भी हमने तहखाने में!!

Best Wishes
Naval Kishore

Shayri 109

हमने भी देखा है!!


बनते भी देखा है, बिगड़ते भी देखा है,
खाव्हिशो का एक जहान,
हमने ऐसा भी देखा है!!

हसाते हुए भी देखा है, रूलाते हुए भी देखा है,
इतनी तेज़ी से बदलता हुआ,
एक वक़्त हमने ऐसा देखा है!!

पास आके भी देखा है, दूर जाके भी देखा है,
जो आँखों में है, सब धोखा है,
हमने ये धोखा हर आँखों में देखा है!!

मंज़िल भी देखी है, मुसाफिर भी देखा है,
कश्ती भी देखी है, किनारा भी देखा है,
हस्ते हुए चेहरे के पीछे दर्द बोहत सारा देखा है!!

ज़मीन भी देखी है, आसमान भी देखा है,
मौत भी देखी है, क़ब्रिस्तान भी देखा है,
हमने जीते जी ज़िंदगी को शमशान बनते देखा है!!


Best Wishes
Naval Kishore


शुक्रवार, 17 जून 2022

Shayri 108



सफ़र में हो तो कोशीश जारी रखो, 

अगर जिंदा रहना है, तो तरकीबे ढेर सारी रखो !!

Best Wishes
Naval Kishore

शुक्रवार, 10 जून 2022

Shayri 107



अब मिलता नहीं ज़माने में किसी से,
आँखों में  उमीदे लिए,

जितनी भी उमीदे थी, सब टूट गयी,
किसी ने उमीदो के ऐसे ज़ख्म दिए !!

Thanks & Regards
Naval Kishore

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