मेरी आँखों में भी अब,
उसके चेहरे की झलक दिखाई देती है,
मेरी बाते भी अब,
उसकी चुराई लगती है,
मेरे कानो में भी अब ,
उसी की आवाज़ गुंजा करती है,
मेरी सांसो में भी अब,
उसकी धड़कने समाई हुई लगती है,
इतने समय से साथ है वो मेरे,
ये खुशनसीबी है मेरी,
मगर यारो, उसके साथ घुमाई में,
कमाई भी बड़ी लगती है!!
Naval Kishore
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें