शुक्रवार, 3 मार्च 2023

Shayri 142

वो माँ है ना मेरी !!

हर बात को मेरी बिना कहे ही समझ जाती है,
वो माँ है ना मेरी, जो मुझे इतना चाहती है!!

मेरे सपनो को अपनी आँखों से जिया करती है,
वो माँ है ना मेरी, मेरे सपनो में ऊँची उड़ान भी भरती है!!

मेरी कामयाबी में हिस्सा भी है,
मेरी ज़िंदगी का किस्सा भी है,
माँ है ना मेरी, माँ होने का फ़र्ज़ निभाती है!!

मेरी खुशियों का ख्याल भी रखती है,
मेरे दुखो का समाधान भी रखती है,
वो माँ है ना मेरी, मेरी परवाह भी करती है!!

मेरी मेहनत में भागीदारी भी है,
मेरी ज़िम्मेदारी की ज़िम्मेदारी भी है,
वो माँ है ना मेरी, मुझसे उसकी वफादारी भी है!!
  
मेरी ईमानदारी की पहचान भी है,
भगवान का मुझे सबसे बड़ा वरदान भी है,
वो माँ है ना मेरी, मेरा अभिमान भी है!!


Best Wishes 
Naval Kishore

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