बुधवार, 3 नवंबर 2021

Shayri 67


आज इन आँखों में शरारत सी हुई है,
बरसो बाद किसी से शिकायत हुई है,
हमे तो नाज़ था इनके खुले होने का,
मगर आज बंद आँखों ने ही क़यामत ढाई है!!

BEST WISHES
NAVAL KISHORE

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