बुधवार, 3 नवंबर 2021

Shayri 72



हो सके तो  ये गलती तू कुबूल करना,
ऐ इंसान इस भीड़ में किसी को भी,
तू  अपना समझने की भूल ना करना,
तू अकेला ही आया था अकेला ही जाएगा,
तेरा कर्म ही है जो तेरे संग रह जाएगा,
बस इस हक़ीक़त को तू कुबूल करना,
किसी को भी अपना समझने की भूल ना करना!!

Best Wishes
Naval Kishore

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