पिता
आज कुछ अलग बात करते है,
ज़िंदगी की पुरानी यादो को याद करते है,
जब पहली बार किसी ने हमे चलना सिखाया था,
जब पहली बार किसी ने कुंए हसना सिखाया था,
याद करो ज़रा उस इंसान को,
जिसका नाम सबसे पहले जुबान पर आया था?
कोई है जिसने सारी रात जागकर हमे सुलाया था,
कोई है जिसने अपने गुस्से से हमे बड़ा डराया था?
कोई है जिसने बचपन में हमे बड़ा हसाया था?
कोई है जिसको हमने बड़ा सताया था?
वो जिसने अपने कंधे पर हमे घुमाया था,
वो जिसने हमेशा हमे अपने गले से लगया था,
वो जिसने हमेशा अपने अरमानो को दिल में ही दबाया था,
मगर, हमारे हर अरमान को सच कर दिखाया था!!!
कोई है जिसने हमे इतना पढ़ाया था,
कोई है जिसने हमे जीवन में हमेशा आगे बढ़ाया था,
कोई है जिसने हमे सब कुछ बनाया था,
कोई है जिसने हमे अच्छे-बुरे में फ़र्क़ बताया था!!!
कोई है जिसने हमे अपना नाम दिया है,
कोई है जिसने हमारे लिए कभी ना खुदको आराम दिया है,
ज़िंदगी भर हमारी ज़रूरतों के लिए काम किया है?
वो है जो हमे हर बार समझता है,
वो है जो हर बार हमे समझाता भी है,
वो नहीं है वो जिसे कुछ नहीं आता है,
ये हमारी ही भूल है, की हमे सब कुछ आता है!!
वो भी फ़िक्र करता है हमारी,
उसे भी तो डर लगता होगा,
सारे जहाँन में ढूंढ लो चाहे कही भी,
पर पिता के जैसा इंसान कोई दूसरा न होगा!!!
BEST WISHES
NAVAL KISHORE
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