छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक,
हर जगह उसने अपनी कला दिखाई है,
कड़ी मेहनत और पक्के इरादों से,
भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाई है,
अपनी सच्चाई और ईमानदारी से,
सबके दिलो में अपनी खास जगह बनाई है,
KAI PUCHHE से लेकर MS DHONI जैसी
बोहत सी अतरंगी पिच्चरै बनाई है,
नाजाने कोनसी तकलीफ में था वो,
जो उसने खुदको ही फांसी लगाई है,
किसी से तो केहदी होती अपने दिल की बात,
सुशांक तुमने क्यों इतनी जल्दी जान गवाई है!!
REST IN PEACE (SSR)
BY:- NAVAL KISHORE
Person will born and die but remember one thing that is what the life.
जवाब देंहटाएंNice poem. Keep writing! !
जवाब देंहटाएंThankyou.
हटाएं